श्री एस. रामादोराई

एस. रामादोराई, नेशनल स्किल डेवेलोपमेंट कौंसिल में प्रधान मंत्री के सलाहकार और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के उपाध्यक्ष (गैर-कार्यकारी) हैं। इन्होने TCS में दो दशकों तक अपनी सेवा दी है तथा साथ ही टाटा एलेक्सी लिमिटेड, टाटा टेक्नोलोजीस लिमिटेड, CMC लिमिटेड और CRL लिमिटेड के अध्यक्ष भी हैं । ये टाटा इंडस्ट्रीज, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज, और एम.आई.टी. स्लोअन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट सहित कई संस्थानों के बोर्ड सदस्य भी हैं । २००६ में रामादोराई को सूचना तकनीकी के क्षेत्र में उनके असाधारण योगदान के लिए भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान, पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था । २००९ में, महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने उन्हे भारत-ब्रिटेन आर्थिक संबंधों में उनके कार्य के लिए CBE (कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द ब्रिटिश एम्पायर) से सम्मानित किया।


श्री अमित चंद्रा

श्री चंद्रा, २००८ की शुरुआत में बेन केपिटल मे प्रबंध निदेशक के रूप में शामिल हुए व वर्तमान में ये एशिया में फर्म की नेतृत्व टीम का हिस्सा हैं । इन्होंने VJTI, बॉम्बे यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की, जिसके बाद उन्होंने भारत की अग्रणी इंजीनियरिंग और निर्माण फर्म लार्सन एंड टुब्रो में काम किया । इन्होंने बोस्टन कॉलेज से MBA की उपाधि प्राप्त की और २००७ में उन्हें स्कूल के प्रतिष्ठित पूर्व छात्र के रूप में सम्मानित किया गया।

बेन केपिटल में शामिल होने से पहले, अमित ने अपने पेशेवर करियर का अधिकांश समय भारत के अग्रणी निवेश बैंक, डीएसपी मेरिल लिंच में बिताया । वहाँ फर्म का वैश्विक बाज़ार और निवेश बैंकिंग व्यवसाय उनकी सीधी निगरानी मे था जिसमें फर्म के महत्वपूर्ण प्रमुख निवेश व्यवसाय शामिल थे । ये २००७ में, डीएसपी मेरिल लिंच के बोर्ड सदस्य व प्रबंध निदेशक के रूप में सेवानिवृत्त हुए व तद्पशात प्राइवेट इक्विटी के क्षेत्र की ओर रुख किया।

श्री चंद्रा को २००७ में, विश्व आर्थिक मंच द्वारा, “युवा वैश्विक नेता” नामित किया गया तथा २०१६ में, फोर्ब्स द्वारा एशिया के “परोपकार के नायकों” की सूची में भी शामिल किया गया। ये वर्तमान में टाटा संस लिमिटेड, जेनपैक्ट, L&T फाइनेंस और एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स के निदेशक मंडल के सदस्य हैं । ये हाल ही में पीरामल एंटरप्रायसेस, टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन और आकांक्षा फाउंडेशन के बोर्ड से सेवानिवृत्त हुए हैं । ये भारत के गैर-लाभकारी क्षेत्र में भी सक्रिय हैं, और टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टी, अशोक विश्वविद्यालय के संस्थापक/बोर्ड सदस्य और गिव इंडिया (भारत के अग्रणी परोपकारी एक्सचेंज) के बोर्ड सदस्य के रूप में कार्यरत हैं।


सुश्री नैना लाल किदवई

नैना लाल किदवई, मैक्स फाइनेंशियल सर्विसेज की अध्यक्ष और एडवेंट प्राइवेट इक्विटी में वरिष्ठ सलाहकार हैं। वह Nestle SA और CIPLA लिमिटेड के बोर्ड की एक गैर-कार्यकारी निदेशक भी हैं और भारतीय वाणिज्य व उद्योग महासंघ की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। दिसंबर, २०१५ में उन्होने HSBC एशिया पैसिफिक के बोर्ड की कार्यकारी निदेशक और HSBC इंडिया के अध्यक्ष के पद से सेवानिवृत्ति ली। वह हार्वर्ड बिजनेस स्कूल, दक्षिण एशिया बोर्ड की अध्यक्ष हैं। हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से MBA करनी वाली नैना लाल किडवई,२००२ से फॉर्च्यून और अन्य अंतर्राष्ट्रीय बिजनेस महिलाओं की सूची में, नियमित रूप से दिखाई देती हैं।

उन्हें, भारत में कई पुरस्कार और सम्मान प्राप्त हुए हैं । २००७ में भारत सरकार की ओर से व्यापार और उद्योग में उनके योगदान के लिए उन्हें, पद्म श्री से सम्मानित किया गया था । पानी, पर्यावरण और महिलाओं के सशक्तिकरण में उनकी रुचि उन बोर्ड पदो में झलकती है जो उन्होने शक्ति सस्टेनेबल एनर्जी फाउंडेशन, द एनर्जी रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट, इंटरनेशनल एडवाइजरी कौंसिल ऑफ़ द इन्क्वायरी ऑफ़ यूनाइटेड नेशंस एनवायरनमेंट प्रोग्राम (UNEP), कमिशनर फॉर द ग्लोबल कमीशन ऑन इकॉनमी एंड क्लाइमेट, चेयर ऑफ़ FICCI’s वाटर मिशन, चेयर ऑफ़ FICCI’s इंक्लूसिव गवर्नन्स कौंसिल और चेयर ऑफ़ द इंडिया सैनिटेशन कोएलिशन जैसे गैर-लाभकारी संस्थानों में संभाले है।


श्री प्रशांत त्रिवेदी

प्रशांत त्रिवेदी एकमल्टी-एक्ट ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़ के CEO, मल्टी-एक्ट फैमिली ऑफिस के CIO और इंडियन कार्ड क्लोदिंग कंपनी लिमिटेड के अध्यक्ष हैं। उन्होंने मल्टी-एक्ट ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट्स (प्राइवेट) लिमिटेड की स्थापना की और वर्तमान में इसके अध्यक्ष पद पर हैं। वह ग्रेट प्लेन्स होल्डिंग्स (केन्या) लिमिटेड के निदेशक भी हैं, जो केन्या में इको-टूरिज्म लॉज संचालित करने वाली कंपनी है।


श्री डेरेक जौबर्ट

डेरेक जौबर्ट, एक पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता, नेशनल ज्योग्राफिक एक्सप्लोरर-इन-रेसिडेंस और एक वन्यजीव संरक्षणकर्ता हैं, जो ३० से अधिक वर्षों से अफ्रीका में फिल्मांकन, शोध और खोज कर रहे हैं। उनका मिशन, अफ्रीका में सभी संरक्षण प्रयासों को निर्धारित करने वाले बड़े परभक्षी जीवों और अन्य प्रमुख वन्यजीव प्रजातियों का संरक्षण और उनको समझना है । ये बेवर्ली जौबर्ट के साथ नेशनल ज्योग्राफिक बिग कैट्स इनिशिएटिव के संस्थापक व अध्यक्ष हैं, जिसने बड़ी बिल्लियों के संरक्षण के लिए, २७ देशों में ९४ से अधिक अनुदान दिए हैं। इन्होंने नेशनल ज्योग्राफिक के लिए ३० फिल्में बनाने के साथ साथ कर लेख व तस्वीरे भी प्रकाशित की है । ये ११ किताबें व आधा दर्जन वैज्ञानिक पत्र kए लेखक भी है । उनकी फिल्मों को ९ एम्मीज़, एक पीबॉडी, वाइल्डस्क्रीन पांडा अवार्ड्स और जापान वाइल्डलाइफ फिल्म फेस्टिवल्स में जैक्सन होल में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड सहित प्रमुख प्रशंसाओं के साथ अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिली है। डेरेक, विश्व पारिस्थितिकी पुरस्कार के प्राप्तकर्ता हैं और उन दोनों को उनके गृह देश बोत्सवाना में प्रेसिडेंशियल ऑर्डर ऑफ मेरिट से सम्मानित किया गया है।


डॉ. थॉमस कपलान

डॉ. थॉमस कपलान, पैंथेरा के संस्थापक हैं, जो दुनिया की जंगली बिल्ली प्रजातियों को बचाने के लिए समर्पित संगठन है। उन्होंने और उनकी पत्नी, डाफ्ने रेकानाटी कपलान ने, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की वन्यजीव संरक्षण अनुसंधान इकाई में, रेकानाटी-कपलान केंद्र की स्थापना की जिसमे आज उनके विडाल संरक्षण कार्यक्रम, WILDCru में दुनिया भर के वन्यजीव उत्साही भाग लेते हैं। कपलान इलेक्ट्रम ग्रुप एलएलसी के अध्यक्ष और मुख्य निवेश अधिकारी हैं। २०१४ में, उन्हें फ्रांस के लीजियन डा’ऑनूर से सम्मानित किया गया था।


श्री आलोक क्षीरसागर

आलोक क्षीरसागर, मेकिन्से एंड कंपनी के एक वरिष्ठ भागीदार हैं और उन्होंने कंपनी के लंदन, न्यूयॉर्क और मुंबई कार्यालयों में अपने कार्यकाल के दौरान प्रदर्शन सुधार और विकास पहलों में व्यापक अनुभव प्राप्त किया है। वह मैकिंसी के एशिया रिस्क मैनेजमेंट प्रैक्टिस का नेतृत्व करते हैं, जिसका उद्देश्य लचीले व्यापार मॉडल बनाना और अनिश्चित बाजारों में रिटर्न्स को बढ़ाना है। उन्होंने मैकिंसी एशिया सेंटर का भी नेतृत्व किया है, जो एक विशेष पहल है जिसका उद्देश्य सर्वश्रेष्ठ अंतर्दृष्टि, क्षमताओं और रिश्तों को एकत्रित करना ताकि प्रमुख एशियाई और पश्चिमी बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ वैश्वीकरण का पूरा लाभ उठा सकें।वह डिजिटल नवाचारों, इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस और अन्य राष्ट्रीय प्राथमिकताओं पर केंद्रित, भारत सरकार के साथ मेकिन्से के संबंधों का सह-नेतृत्व भी करते हैं। वह नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड, कर्नाटक के मानद अध्यक्ष हैं, व PRS लेजिस्लेटिव रिसर्च बोर्ड और इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के नेक्स्ट जेन लीडर्स बोर्ड में कार्यरत हैं। विश्व आर्थिक मंच ने उन्हें, २०१२ में, “यंग ग्लोबल लीडर” का नाम दिया। इनलाक्स विद्वान के रूप में, उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से राजनीति और अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की है।


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