डब्ल्यू0 सी0 टी0 को 2025 के सैटेलाइट्स फॉर बायोडायवर्सिटी पुरस्कार विजेताओं में से एक के रूप में चुना गया है! ब्रिटेन स्थित कनेक्टेड कंज़र्वेशन फाउंडेशन (सी0 सी0 एफ0) और एयरबस फाउंडेशन के साथ मिलकर, डब्ल्यू0 सी0 टी0 गंगा बेसिन में घड़ियाल और कछुओं के आवास के संरक्षण और निगरानी के लिए उच्च-रिज़ॉल्यूशन सैटेलाइट इमेजरी, स्थल-आधारित डेटा और पारिस्थितिकीय अनुसंधान का उपयोग कर रहा है।

डब्ल्यू0 सी0 टी0 की शोधकर्ताओं की टीम जिसमें तरुण नायर, नचिकेत केलकर, मधुरा निफाडकर और राम्या रूपा एस., को उनकी इस परियोजना के लिए विजेताओं में से एक घोषित किया गया, जिसका उद्देश्य नदी पारिस्थितिकी तंत्र की सुरक्षा है। टीम को उत्तर-मध्य भारत की गंगा बेसिन की नदियों में मगरमच्छों और मीठे पानी के कछुओं के अंडे देने वाले आवासों के संरक्षण के लिए रेत खनन और कृषि से जुड़े खतरों की पहचान और सूक्ष्म स्तर पर मैपिंग के लिए वर्तमान और पुराने उच्च-रिज़ॉल्यूशन सेटेलाइट चित्रों, संबंधित तकनीकी सहायता और सहायक निधियों (फंड) तक पहुंच प्रदान की जाएगी।
इस परियोजना के माध्यम से डब्ल्यू0 सी0 टी0 संकटग्रस्त मगरमच्छों और नदी कछुओं के अंतिम बचे हुए अंडे देने वाले आवासों का संरक्षण करने का प्रयास कर रहा है, ताकि उनके घटते घोंसले स्थलों की पहचान कर उन्हें सुरक्षित रखा जा सके।

ऊपर से लिया गया घड़ियालों का दृश्य। © वाइल्डलाइफ कंज़र्वेशन ट्रस्ट
सी0 सी0 एफ0 और एयरबस फाउंडेशन ने इकोसिस्टम इनसाइट हब की शुरुआत की है, जो अत्याधुनिक तकनीक जैसे सैटेलाइट इमेजरी, एआई और फील्ड डेटा की मदद से पर्यावरण की रक्षा के नए और तेज़ तरीकों को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया है, ताकि लोगों और पृथ्वी दोनों का भविष्य सुरक्षित रह सके।
इकोसिस्टम इनसाइट हब की शुरुआत के मौके पर छह अग्रणी परियोजनाओं को 2025 का ‘सैटेलाइट्स फॉर बायोडायवर्सिटी’ पुरस्कार दिया गया है। जिससे अब कुल 13 देशों में 15 सक्रिय पहलों को इस ‘सैटेलाइट्स फॉर बायोडायवर्सिटी’ अनुदान योजना के तहत समर्थन मिल रहा है।
यह हब संरक्षण में काम करने वालों को यह सीखने का मौका देता है कि एआई जैसी तकनीकों का असरदार उपयोग कैसे किया जा सकता है, और साथ ही ऐसे समाधानों को सामने लाता है जिन्हें बड़े पैमाने पर लागू किया जा सकता है और जिनका व्यापक प्रभाव हो सकता है।
जब ये सभी ‘सैटेलाइट्स फॉर बायोडायवर्सिटी’ पुरस्कार प्राप्त परियोजनाएं पूरी हो जाएंगी, तब उनसे प्राप्त जानकारियाँ और निष्कर्ष इकोसिस्टम इनसाइट हब में जोड़े जाएंगे। इससे हर साल संरक्षण और पृथ्वी अवलोकन से जुड़े विशेषज्ञों को सीखने और नई तकनीकों को अपनाने के लिए लगातार नया कंटेंट और समाधान मिलते रहेंगे।
आप इकोसिस्टम इनसाइट हब को देखने और जानने के लिए इस लिंक पर जा सकते हैं:
https://connectedconservation.foundation/ecosystem-insights-hub
इस वर्ष के पुरस्कार विजेताओं की जानकारी इस लिंक पर जा सकते हैं:
https://connectedconservation.foundation/satellite-monitoring